अनूपपुर। आजादी के 75वां अमृत महोत्सव के उपलक्ष में नेहरू युवा केंद्र (युवा कार्यक्रम एवं खेल मंत्रालय भारत सरकार) के द्वारा नेहरू युवा केंद्र के डिप्टी डायरेक्टर आर.आर. सिंह के निर्देशानुसार और लेखा एवं कार्यक्रम सहायक मनीष चौहान के मार्गदर्शन में ग्राम पंचायत परसवार में 2 अक्टूबर को गांधी जयंती का आयोजन किया गया। जिसमें गांव के मुखिया सरपंच ने सत्य और अहिंसा के पूजारी राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की प्रतिमा पर दीप प्रज्वलन एवं पुष्पअर्पित कर नमन किया गया। जिसमें नेहरु युवा केन्द्र के कार्यकर्ताओं ने ग्राम पंचायत में सत्य और अहिंसा के पूजारी राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के बारे में कुछ रोचक बाते का अवलोकन किया गया और बताया गया कि मोहनदास करमचंद गाँधी का जन्म 2 अक्टूबर 1869 को गुजरात के पोरबंदर जिले के मध्यमवर्गीय परिवार में हुआ था। उनके पिता का नाम करमचंद गाँधी एवं उनकी माता का नाम पुतलीबाई था। उन्होंने अपने असाधारण कार्यों एवं अहिंसावादी विचारों से पूरे विश्व की सोच बदल दी। आजादी एवं शांति की स्थापना ही उनके जीवन का एक मात्र लक्ष्य था। गांधी जी द्वारा स्वतंत्रता और शांति के लिए शुरू की गई। इस लड़ाई ने भारत और दक्षिण अफ्रीका में कई ऐतिहासिक आंदोलनों को एक नई दिशा प्रदान की। महात्मा गाँधी के द्वारा भारत को स्वतंत्रता दिलाने में कई आंदोलन चलाया जैसे असहयोग आंदोलन, नमक सत्याग्रह, दलित आंदोलन, भारत छोड़ो आंदोलन, चंपारण सत्याग्रह ऐसे कई आंदोलन साथ ही भारत को स्वच्छता के लिए लोगों को जागरूक किया और स्वच्छ भारत और सुंदर भारत बनाने का संकल्प लिया। और एनवाईके के कार्यकर्ता ने बताया कि महात्मा गांधी को बाबू और राष्ट्रपिता के नाम से जाने जाते है। बापू को उनकी जयंती पर श्रद्धांजलि अर्पित करता है। और इसी के साथ कार्यक्रम में सरपंच, सचिव, रोजगार सहायक एवं नेहरू युवा केंद्र के कार्यकर्ता प्रकाश कुशवाहा, सानू श्रीवास्तव, शुभम शुक्ला तथा अन्य लोगों ने कार्यक्रम का हिस्सा बने और सत्य और अहिंसा के पूजारी राष्ट्रपिता महात्मा गांधी जयंती मनाई गयी।
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