माननीय उच्च न्यायालय जबलपुर का पोषण ट्रैकर ऐप्प से आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं का मानदेय लिंक नहीं करने का आदेश आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं की जीत है- विभा पांडे महासचिव
संतोष चौरसिया
अनूपपुर पत्र क्रमांक म वा वि/पोषण अभियान/2020-21/P A--109/1532 दिनांक 25.6.2021 के माध्यम से महिला एवं बाल विकास विभाग के संचालक स्वाति मीणा नायक ने मध्य प्रदेश के समस्त जिलों के कलेक्टर एवं कार्यक्रम अधिकारी को पत्र लिखकर के निर्देश दिया की माननीय उच्च न्यायालय जबलपुर मध्य प्रदेश द्वारा WP-9464-2021 आदेश क्रमांक के जरिए पोषण ट्रैकर ऐप से आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं के मानदेय को लिंक करना अनुचित है और माननीय उच्च न्यायालय ने भारत सरकार के इशारे पर मध्य प्रदेश सरकार द्वारा निर्देशित आदेश पर तत्काल प्रभाव से रोक लगा दी है इसी परिपेक्ष में मध्य प्रदेश के समस्त जिलों में संचालक महिला एवं बाल विकास मध्य प्रदेश ने पत्र लिखा है आंगनबाड़ी कार्यकर्ता एवं सहायिका यूनियन मध्य प्रदेश एटक की महासचिव कामरेड विभा पांडे ने कहा यह फैसला आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं की जीत है उन्होंने कहा कि एटक यूनियन ने आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं के हर सवाल पर सजग प्रहरी की तरफ से साथ दिया है हमें भरोसा है कि 2018 से आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं का 1500 रुपए हर माह उनके मानदेय से काटा जा रहा है जल्द ही मिलना प्रारंभ हो जाएगा कमलनाथ सरकार ने 15 सो रुपए कटौती का फैसला 2018 में किया था अनूपपुर जिले में एटक यूनियन ने कमलनाथ सरकार और कांग्रेस पार्टी के उम्मीदवार के खिलाफ उम्मीदवार मैदान में उतारा था हमारी एटक से जुड़े आंगनवाड़ी कार्यकर्ता सहायिका कोयला मजदूर मध्यान भोजन कर्मी सभी ने वामपंथी उम्मीदवार का समर्थन किया था किंतु कुछ लोग लोकतंत्र बचाओ यात्रा निकालकर कमलनाथ सरकार के फैसले का समर्थन करने वाले कांग्रेस उम्मीदवार का साथ दिया था यह कैसे हो सकता है कि हम कांग्रेस के साथ ही रहे और आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं का भला करें यह दोनों एक साथ कैसे हो सकता है इसीलिए यूनियनों के चरित्र को समझना बहुत आवश्यक है मध्यप्रदेश में यूनियने आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं एवं सहायिकाओं के बीच में कई हैं लेकिन उच्च न्यायालय जबलपुर में दमदार तरीके से किसी ने बात रखी तो एटक के मध्य प्रदेश के उपाध्यक्ष एवं जबलपुर उच्च न्यायालय के वरिष्ठ अधिवक्ता कामरेड अरविंद श्रीवास्तव एवं बुलंद नारी शक्ति जो आज के समय में एटक की सबसे करीबी दोस्त है कंधे से कंधे मिलाकर आंदोलन करते हैं उसने उच्च न्यायालय में याचिका लगाई थी आज एटक और बुलंद नारी शक्ति साथ साथ संघर्ष कर रहे हैं एक दूसरे के सुख में दुख में शामिल हैं और लगातार एक दूसरे के संपर्क में हैं बाकी यूनियने सरकार के दबाव में उच्च न्यायालय में जाना मुनासिब नहीं समझी और ना ही आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं एवं सहायिकाओं से खास कुछ लेना-देना है कामरेड विभा पांडे ने कहा कि हमारे बहुत सारी बहने जो दूसरे यूनियन से एटक में आई हैं जब एक साथ सब लोग बैठते हैं एकमत से हम सब की यही समझ है कि हम को एटक यूनियन में बहुत पहले आ जाना चाहिए था कामरेड विभा पांडे ने कहा के यह सिवनी के आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं के नेत्री कामरेड गायत्री बाजपेई कामदेव उर्मिला पटेल सीधी के कामरेड रानी द्विवेदी कामरेड कुसुम सिंह कामरेड सावित्री तिवारी सुनीता सिंह मधु जयसवाल प्रियंका मिश्रा अनु सिंह मुन्नी द्विवेदी अनूपपुर के कामरेड भूमिया ओग्रे उर्मिला पाव लीला बांधव राधा सिंह पोर्ते शहडोल की कामरेड गीता मिश्रा कामरेड गीता दुबे कामरेड शिप्रा सोनी सरिता श्रीवास्तव सुमन चौधरी भोपाल से जरीना बेगम लक्ष्मी बालाघाट से बीना फाय सिंगरौली से रेखा मिश्रा अनामिका त्रिपाठी पार्वती सीमा तिवारी एवं हजारों आंगनबाड़ी कार्यकर्ता एवं सहायिका के संघर्षों की जीत है हम अपने सभी बहनों से अपील करते हैं कि आगे बढ़े आज की जीत पूरब से दिखाई देने वाली सूरज की किरण है और आगे सफलता मिलती रहेगी और हम मजबूत होते रहेंगे जय एटक जय आंगनवाड़ी जय लाल झंडा
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