वैक्सीनेशन की सेकंड डोज के शेड्यूल परिवर्तन से परेशान हो रही जनता: अनुराधा गहरवार

वैक्सीनेशन की सेकंड डोज के शेड्यूल परिवर्तन से परेशान हो रही जनता: अनुराधा गहरवार

कोतमा। देश मे कोरोना संक्रमण का हाहाकार मचा हुआ है। बीते जनवरी से वैक्सीनेशन की प्रक्रिया भारत मे प्रारम्भ हो चुकी है। जिसमे कोवैक्सीन व कोविशील्ड की वैक्सीन की डोज लगवाई जा रही। जनता में वैक्सीन के प्रति जनजागरूकता न होने से एक तो लोग वैक्सीन के प्रति जागरूक नही हैं साथ ही वैक्सीनेशन के बाद कि भ्रांतियों से फैली अफवाह से लोग दिग्भर्मित हो रहे हैं। उसके बाद स्वास्थ्य विभाग द्वारा वैक्सीनेशन के बाद कि सतर्कता व सेकेंड डोज की तिथियों को देखकर कोई विशेष निर्देश नही मिल रहे हैं। जिस कारण लोग परेशान हो रहे है। एकता महिला मंडल की अध्यक्ष व परिवार परामर्श केंद्र की सचिव श्रीमती अनुराधा गहरवार का कहना है कि वैक्सीन के प्रथम डोज के बाद 14 दिन तक स्वयं को सुरक्षित रखने व भीड़भाड़ वाली जगहों से बचने के निर्देश पढ़ने को मिलते हैं। उसके बाद 28 दिन बाद सेकेंड डोज लगने की जानकारी मिली थी। फिर 28 दिन बाद 42 दिन बाद सेकेंड डोज लगने की जानकारी मिली। फिर नए नियमो के बाद 56 दिन बाद सेकेंड डोज लगने की जानकारी मिली फिर 82 दिन व 112 दिन बाद सेकेंड डोज लगने की तिथिवार तालिका प्रसारित की गई है। ऐसे में लोगों के अंदर टीकाकरण को लेकर पहले से भ्रांतियां फैली हुई है। उसके बाद सेकेंड डोज के लिए लगातार बदलते नियम से लोग टीकाकरण को लेकर उत्साहित नजर नही आ रहे है। समयानुसार टीकाकरण की सेकेंड डोज लगवाई जाए ताकि प्रथम डोज व सेकेण्ड डोज के बीच की कम्युनिटी बनी रहे व वैक्सीनेशन करवाये व्यक्ति के अंदर इम्युनिटी पावर बनी रहे व किसी इंसान का शरीर इंफेक्शन से बचा रहे.विशेषज्ञों की ताजा सलाह के अनुसार पहली डोज के बाद जो कोरोना पाजिटिव थे उन्हें तीन माह के अंतराल में टीके लगाए जाएं लेकिन विभागीय लोगों ने सब के लिये लागू कर दिया जो समझ से परे है। या तो पहले सभी को दोनों डोज लगने के बाद  अगली वैक्सीनेशन की जाए। इस तरह एक टीका लगने के बाद दूसरे डोज के लिए 84 दिन उपयुक्त निर्णय नही है। इससे टीके से सुरक्षा के प्रति भ्रम की स्थिति उतपन्न हो रही।

वही कीर्ति क्रांति समाचार पत्र के जिला ब्यूरो व वरिस्ठ पत्रकार राजेश पयासी ने भी प्रथम वैक्सीनेशन के बाद सेकेंड डोज की तारीखों के बदलाव को लेकर सवाल खड़े किए हैं। उनका  कहना है कि हमे भी पहली डोज 8 अप्रैल को लगी थी। सेकेंड डोज के लिए बकायदे प्रमाणपत्र में 6 मई से 3 जून तक कि तिथि दी गयी है। हम जब वैक्सीनेशन करवाने गए तो बताया गया 84 दिन बाद लगेगी। इस तरह बार बार नियम बदलने से लोगो के अंदर वैक्सीनेशन को लेकर भ्रांतियां पैदा हो रही हैं।

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वैक्सीन लगने के बाद कितने दिन तक रहेगी इम्यूनिटी?

भारत में कोविड-19 के खिलाफ 16 जनवरी से वैक्सीनेशन प्रोग्राम शुरू हो चुका है. इस अभियान में सीरम इंस्टिट्यूट की कोविशील्ड और भारत बायोटेक की कोवैक्सीन से लोगों को वैक्सीनेट किया जाएगा. इस दौरान प्रत्येक व्यक्ति को कम से कम 14 दिन के अंतराल में वैक्सीन के दो शॉट दिए जाएंगे. हालांकि, एक सवाल ये भी उठता है कि वैक्सीन लगने के कितने दिन बाद तक (Last long Immunity) किसी इंसान का शरीर इंफेक्शन से बचा रहेगा. यानी वैक्सीन से शरीर में बनी एंटीबॉडी कितने दिन तक  रहेगी.
क्या कहते हैं एक्सपर्ट?

हालांकि, पूरी दुनिया में एक्सपर्ट्स का मानना है कि समय और आगामी शोध के आधार पर ही इसे बारे में निश्चित तौर पर कुछ कहा जा सकता है. ऑरेगन स्टेट यूनिवर्सिटी के सेंटर फॉर ग्लोबल हेल्थ के डायरेक्टर चुन्हुई ची के मुताबिक, कोविड-19 की वैक्सीन लगने के बाद शरीर में निश्चित समय के लिए इम्यूनिटी रहती है. इससे बचने के लिए हमें हर साल भी वैक्सीन लगवाने की जरूरत पड़ सकती है.

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