ऑक्सीजन के अभाव से जूझ रहे लोगों के लिये जीवन दायिनी बना कैट एवं मॉर्निंग क्लब।कोरोना महामारी के दौरान ऑक्सीजन की कालाबाजारी करने वालों के लिये सबक है यह संस्था।

ऑक्सीजन के अभाव से जूझ रहे लोगों के लिये जीवन दायिनी बना कैट एवं मॉर्निंग क्लब।
कोरोना महामारी के दौरान ऑक्सीजन की कालाबाजारी करने वालों के लिये सबक है यह संस्था।
कोरिया। वैश्विक महामारी कोरोना के कारण मुख्य रूप से होने वाली ऑक्सीजन की कमी के कारण कई कोरोना मरीजों को जिंदगी और मौत के बीच जूझना पड़ जाता है और जीवन दायिनी ऑक्सीजन के अभाव में बहुत से कोरोना मरीजों की जानें तक जा चुकी हैं। निश्चित तौर पर देश के बड़े बड़े शहरों में जिस प्रकार से ऑक्सीजन भरे सिलेंडरों का ब्लैक मार्केट किया जा रहा है व कई गुना महंगें दामों पर ऑक्सीजन बेचने वाले पकड़े भी जा रहे हैं तो वही दूसरी ओर मनेन्द्रगढ़ शहर की संस्था कैट (व्यवसायिक संगठन) व मॉर्निंग क्लब के सदस्यों ने ऐसे मरीजों की आवश्यकता को समझते हुये नि:शुल्क ऑक्सीजन उपलब्ध करवाने की मिसाल कायम की है।
               ज्ञात हो कि बीते लगभग 40 दिनों से क्षेत्र में कोरोना महामारी के चलते लॉकडाउन लगा हुआ है एवं बहुत से मरीज पॉजिटिव पाये गये हैं इनमें से बहुतों को ऑक्सीजन के कारण परेशानी का सामना भी करना पड़ा है. किन्तु अपनी दूरदर्शिता का परिचय देते हुये कैट एवं मॉर्निंग क्लब द्वारा जगह जगह से खाली पड़े ऑकसीजन सिलेंडरों की मरम्मत व रिफ्लिंग कराकर इन्हें जरूरत मंदों के उपयोग हेतु तैयार करवाया गया।  समाजसेवा की भावना, सोशल मीडिया के माध्यम से लोगों तक नि:शुल्क ऑक्सीजन संस्था द्वारा पहुंचाने की बात रखी गई। इनके नि:शुल्क ऑक्सीजन वितरण अभियान को व्यापक रूप में सफलता मिल रही है व ऑक्सीजन की कमी से जूझ रहे मरीजों को नया जीवन मिला है। 29 अप्रैल को इनके द्वारा पहली बार 7 व्यक्तियों को ऑक्सीजन युक्त सिलेंडर प्रदान किये गये थे, जिससे मरीजों को लाभ मिला।सेवा भावना से ऑक्सीजन सिलेंडर मुहैया कराने का जुनून इस संस्था के सदस्यों में साफ देखा जा सकता है. इनके द्वारा दिये गये ऑक्सीजन से लाभान्वित विवेकानंद कॉलेज के सामने रहने वाले शुभम सोनी ने बताया कि मेरे पिता प्रेमचंद सोनी को लंग्स में प्राब्लम होने के कारण ऑक्सीजन का अभाव हो गया था ऐसे में कई लोगों से संपर्क करने के बावजूद भी ऑक्सीजन तत्काल रूप से मिल पाना बड़ा मुश्किल लग रहा था। फिर मुझे कैट एवं मॉर्निंग क्लब के द्वारा ऑक्सीजन सिलेंडर प्रदान किया गया, जिससे लाभ पाकर मेरे पिता अब स्वस्थ्य हैं. संस्था द्वारा इस पहल की मैं सराहना करता हूं. ऑक्सीजन की कमी में इधर उधर भटक रहे वार्ड नं. 09 निवासी लाला पीर गुलाम ने बताया कि मेरी बेगम चरचा में कोरोना से पीड़ित होने के कारण भर्ती थी, लगभग 10 दिन बाद वहां से फोन आया कि इन्हें ऑक्सीजन की सख्त जरूरत है. नही तो ये नही बच पायेंगी. मैं बहुत परेशान था, ऑक्सीजन कहीं नही मिल रहा था. फिर मुझे पता चला कि कैट एवं मॉर्निंग क्लब के द्वारा ऑक्सीजन मिल सकती है. तब मैंने उनसे संपर्क किया व उनके द्वारा ऑक्सीजन मुझे तुरंत प्रदान की गई. जिसके कारण अब मेरी बेगम बिल्कुल स्वस्थ्य हैं. इनके द्वारा दी गई ऑक्सीजन मेरे लिये बहुत बड़ा तोहफा है,सब ऊपर वाले का करम है। इसी क्रम में वार्ड नं. 05 मौहारपारा निवासी नफीस वॉच सेंटर के संचालक नफीस भाई ने बताया कि उनकी पत्नी को ऑक्सीजन का अभाव हो गया था, जिसके कारण उन्होंने चिरमिरी से 10,500 रूपये में ऑक्सीजन सिलेंडर चार दिन के लिये मंगाया था. उसके बाद जब फिर से ऑक्सीजन की जरूरत पड़ी तो कैट व मॉर्निंग क्लब के द्वारा इन्हें नि:शुल्क ऑक्सीजन दिया गया. ऐसे में कैट व मॉर्निंग क्लब के लोग हमारे लिये मसीहा बनकर आयें और मेरी पत्नी अब बढ़िया से खा पी रही हैं और बिल्कुल स्वस्थ्य हैं. ऐसे कई उदाहरण हैं जो इनकी संस्था द्वारा दिये गये ऑक्सीजन सिलेंडर से लाभ पा चुके हैं व संस्था को तहे दिल से दुआएं देते नही थक रहे हैं।
      संस्था के वरिष्ठ कमल केजरीवाल, संजय केशरवानी, मनीष अग्रवाल (रीटू )अपूर्व कर, आनंद अग्रवाल, संजय पोद्दार, शिव पोद्दार, जयंती लाल यादव, सुदामा छत्तानी, गुलाब केशरवानी, राजू श्रीवास्तव, शेषगिरी राव एवं गोपाल यादव जिस प्रकार की नि:स्वार्थ मानव सेवा कर रहे हैं वह देश व विदेश में ऑक्सीजन की कालाबाजारी कर रहे असामाजिक तत्वों के मुंह पर करारा तमाचा है. वैश्विक महामारी के इस भीषण दौर में संकट से निजात दिलाने ऑक्सीजन जैसी जीवनदायिनी शक्ति का संचार निश्चय ही बुद्धजीवियों के द्वारा ही संभव है।
          प्राप्त जानकारी के अनुसार इनके द्वारा चलाये जा रहे नि:शुल्क ऑक्सीजन मिशन से अब तक लगभग 116 लोग लाभान्वित हो चुके हैं. अन्य शहरों को भी इनसे सीख लेकर अपने क्षेत्रों में नि:शुल्क ऑक्सीजन की व्यवस्था करनी चाहिये. जिससे सच्ची मानव सेवा हो सके।

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