21 मई सीपीएम एवं सीटू ने मनाया विरोध दिवस* * *किसान आंदोलन के 6 माह पूरा होने पर 26 मई को मनाया जाएगा काला दिवस*

*21 मई सीपीएम एवं सीटू ने मनाया विरोध दिवस* 

* *किसान आंदोलन के 6 माह पूरा होने पर 26 मई को मनाया जाएगा काला दिवस*
संतोष चौरसिया
जमुना कोतमा अनूपपुर  मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी  एवं सीटू के द्वारा 21 मई को जिला में विरोध दिवस मनाया गया माकपा एवं सीटू के राज्य आव्हान पर   इस दिन प्रत्येक पार्टी ब्रांच जांच, इलाज और राहत की  मांगों को लेकर शाम 4 बजे से 6 बजे तक फिजीकल डिस्टेंस के साथ पोस्टर्स, फैस्टोन्स लेकर विभिन्न जगहों में विरोध प्रदर्शन किया और महामारी और उसके असर से बचाव और राहत की मांगे उठाई  उक्त कार्यक्रम में विशेष कर  पार्टी राज्य सदस्य कोतमा तहसील के सचिव  आर एस यादव की उपस्थिति    में यह कार्यक्रम किया गया गया 
 सीटू जिला महासचिव इंद्रपती सिंह सिंह ने विरोध दिवस की मांगों की जानकारी दी  इनमें सभी स्रोतों से: घरेलू और विदेशों से भी व्यापक पैमाने पर टीकों की व्यवस्था की जाए और युद्ध स्तर पर सबको टीके लगाये जाने,  केंद्रीय बजट में टीकाकरण के लिए आवंटित 35 हजार करोड़ के बजट को खर्च  किये जाने,  सेंट्रल विस्टा (नए मोदी महल और संसद भवन) के निर्माण के काम को तुरंत रोक कर  उसके लिए आवंटित 20 हजार करोड़ रुपए को ऑक्सीजन और उपकरणों व दवाओं की उपलब्धता पर खर्च किये जाने, सभी जरूरतमंदों को मुफ्त में राशन मुहैया कराने,  उस राशन में केरल की तरह सभी 17 आवश्यक वस्तुओं को शामिल करने, आयकर टैक्स न देने वाले समस्त परिवारों के  खाते में 6 हजार रुपए प्रति माह जमा करने,  किसी भी जांच से परे और निजी बना दिए गए पीएम केयर फंड में से पैसा निकाल कर ऑक्सीजन और अन्य चिकित्सा उपकरण और टीके खरीदे जाने के साथ  तीनो कृषि कानूनों को रद्द किये जाने की मांगें शामिल हैं ताकि लाखों अन्नदाताओं को महामारी से बचाया जा सके   उपरोक्त छ: मांगों को लेकर  21 मई को विरोध दिवस का आयोजन किया गया      

 प्रदेश की राजनीतिक और कोरोना महामारी से पैदा हुई परिस्थिति की जानकारी देते हुए जिला महासचिव इंद्रपती सिंह ने   भाजपा सरकार की तुच्छ और संकीर्ण राजनीति की निंदा करते हुए कहा कि उसने कोरोना की स्थिति के संबंध में जिला स्तर पर गठित सर्वदलीय समितियों में सीपीएम  को शामिल नहीं किया है उन्होंने बताया कि इसका विरोध करते हुए जिला    
मे सीटू 
माकपा ने 26 मई को किसान आंदोलन के  छह  माह पूरे होने पर किसान संगठनों के  इस दिन को काला दिवस के रूप में मनाने के आव्हान का समर्थन किया है

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