*शहडोल मेडिकल कॉलेज में ऑक्सीजन की कमी से कोविड-19 मरीजों की हुई मृत्यु बेहद दुर्भाग्यपूर्ण* - *हरिद्वार सिंह*
संतोष चौरसिया
शहडोल विगत वर्ष जब कोरोना वायरस भारत में फैलना शुरू हुआ तब पूरे देश में हाहाकार मच गया। ना जाने कितने लोगों की जान चली गई। तब कोरोना वायरस के बारे में लोग अनजान थे। सरकार की भी कोई तैयारी नहीं थी। अब देश में कोरोना वायरस के एक वर्ष हो रहे हैं। इस एक वर्ष में सरकार की क्या तैयारी रही है यह सभी जानते हैं।
मध्यप्रदेश राज्य एटक के अध्यक्ष एवं भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के मध्यप्रदेश राज्य के सहायक सचिव कामरेड हरिद्वार सिंह ने शहडोल मेडिकल कॉलेज में ऑक्सीजन की कमी से मरे बारह कोविड-19 मरीजों को श्रद्धांजली अर्पित करते हुए कहा कि मध्यप्रदेश की भाजपा सरकार अमानवीय है। पिछले वर्ष मध्यप्रदेश का जो चिकित्सा बजट था, मध्यप्रदेश की भाजपा सरकार ने इस वर्ष उसमें कटौती कर दिया। जबकि मoप्रo सरकार को अच्छी तरह से मालूम था कि कोरोना वायरस पूरे प्रदेश में फैल चुका है। इससे लड़ने के लिए बजट को बढ़ाने के बजाय मoप्रo सरकार ने बजट को कम कर दिया। क्या यह प्रदेश की जनता के जीवन के साथ खिलवाड़ नहीं है? एक वर्ष बीत जाने के बाद भी मoप्रo सरकार ने कोरोना वायरस से लड़ने के लिए, जनता को इसके संक्रमण से बचाने के लिए कोई पुख्ता इंतजाम नहीं किए हैं।
कामरेड हरिद्वार सिंह ने कहा कि आलम यह है कि शहडोल मेडिकल कालेज में बीते शनिवार की रात कोविड-19 से संक्रमित 12 मरीजों की मृत्यु ऑक्सीजन की कमी के वजह से हो गई। इससे सरकार की उदासीनता का पता चलता है। पिछले एक वर्ष में कोविड-19 को लेकर सरकार की तैयारी शून्य रही है। यदि सरकार ने तैयारी की होती तो आज लोग ऑक्सीजन की कमी से नहीं मर रहे होते। सरकार को इसकी जरा सी भी सुध नहीं है। सरकार सिर्फ अपने सत्ता एवं ताकत के बल पर मौत के वजहों को बदलवाना जानती है। प्रदेश की जनता यह सब देख रही है। कोविड-19 एक वैश्विक महामारी बन चुका है। पूरा देश कोविड-19 के चपेट में आ गया है। सरकार को चाहिए कि सत्ता के लोभ से बाहर आकर कोविड-19 से बचाव एवं नियंत्रण के लिए बेहतर इंतजाम करे। वैक्सीन, कोविड सेंटर, ऑक्सीजन, इत्यादि अति आवश्यक चीजों का पुख्ता इंतजाम करे। ताकि इस संकट की घड़ी में लोगों की जान बच सके
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