भाजपा ने 25 जून को लोकतंत्र के इतिहास का काला दिवस मनाकर किया मीसा बंदियों का सम्मान

भाजपा ने 25 जून को लोकतंत्र के इतिहास का काला दिवस मनाकर किया मीसा बंदियों का सम्मान


कोतमा। 25 जून का दिन आते ही 46 साल पहले का वो दृश्य नजर आता है जब एकाएक विपक्षी दलों के नेताओं को जेलों में ठूसा जाने लगा। प्रेस की आजादी पर कड़ा प्रहार किया गया। जो लोग सरकार की हां में हां नहीं मिलाते थे उनकी मंजिल पहले से जेल तय कर दी गई थी। आजादी की लड़ाई के दौरान जिन लोगों ने अपनी जवानी कुर्बान कर दी वो तत्कालीन पीएम इंदिरा गांधी को षड़यंत्रकारी नजर आने लगे थे।

25 जून 1975 को भारत के लोकतांत्रिक इतिहास में काले दिन के तौर पर याद किया जाता है। इंदिरा गांधी को लगने लगा था कि बाहरी ताकतों के इशारे पर उनकी सरकार को गिराने का साजिश रची जा रही है लिहाजा आपातकाल लगा दिया।

भाजपा सह जिला मीडिया प्रभारी नीरज गुप्ता  ने बताया कि 25 जून को आपात काल के काले दिन के रूप में याद करते हुए अनूपपुर भाजपा ने जिले के विभिन्न मंडलों में निवासरत मीसा बंदियों का उनके घर पहुंचकर साल श्रीफल एवं स्मृति चिन्ह देकर सम्मान किया। 

अनूपपुर में जिला अध्यक्ष बृजेश गौतम खुद कार्यक्रम प्रभारी वीरेंद्र सिंह चौहान, युवा मोर्चा के प्रदेश उपाध्यक्ष जितेंद्र सोनी,  नगर मंडल अध्यक्ष शिवरतन वर्मा, रामनारायण उरमलिया, प्रवीण चौरसिया ,राजा तिवारी , राकेश अग्रवाल, आदि के साथ मीसा बंदियों का सम्मान करने उनके निवास पहुंचे। अनूपपुर जिला मुख्यालय में मीसाबंदी मूलचंद अग्रवाल जी का सम्मान किया गया एवं मीसाबंदी स्वर्गीय बेनी प्रसाद पटेल की पत्नी का सम्मान किया गया।

कोतमा में मीसा बंदी चन्द्रशेखर चतुर्वेदी महराज को नगर मण्डल कोतमा के पदाधिकारियों द्वारा तिलक वंदन शाल श्रीफल प्रदान कर सम्मानित किया गया। इस अवसर पर मण्डल अध्यक्ष पुष्पेंद्र जैन महामंत्री देवशरण सिंह,रिंकू चौरसिया, सहित मण्डल के पदाधिकारी व वरिष्ठजन उपस्थित रहे।

बिजुरी में एवं मंडल अध्यक्ष भूपेंद्र मेहरा पूर्व मंडल अध्यक्ष एवं पार्षद मुकेश जैन सहित अनेक भाजपा पदाधिकारीयों के साथ मीसा बंदि एडवोकेट जुगल किशोर गुप्ता का उनके घर पहुंच कर सम्मान किया गया।

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